याकूब की भविष्यद्वाणी क्या है। | याकूब कितने वर्ष जीवित रहा? | आज का पवित्र बाइबल वचन, बाइबल से प्रार्थना

17 जब यूसुफ ने देखा कि मेरे पिता ने अपना दाहिना हाथ एप्रेम के सिर पर रखा है, तब यह बात उसको बुरी लगी; इसलिये उस ने अपने पिता का हाथ इस विचार से पकड़ लिया कि एप्रेम के सिर पर से उठाकर मनश्शे के सिर पर रख दे। 18 और यूसुफ ने अपने पिता से कहा, "हे पिता, ऐसा नहीं; क्योंकि जेठा यही है अपना दाहिना हाथ इसके सिर पर रख।" 19 उसके पिता ने कहा, "नहीं, सुन, हे मेरे पुत्र, मैं इस बात को भली भाँति जानता हूँ: यद्यपि इस से भी मनुष्यों की एक मण्डली उत्पन्न होगी, और वह भी महान् हो जाएगा, तौभी इसका छोटा भाई इससे अधिक महान् हो जाएगा, और उसके वंश से बहुत सी जातियाँ निकलेंगी।"  
 20 फिर उसने उसी दिन यह कहकर उनको आशीर्वाद दिया, "इस्राएली लोग तेरा नाम ले लेकर ऐसा आशीर्वाद दिया करेंगे, 'परमेश्वर तुझे एप्रेम और मनश्शे के समान बना दे, " और उसने मनश्शे से पहले एप्रेम का नाम लिया।* 21 तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, "देख, मैं तो मरने पर हूँ : परन्तु परमेश्वर तुम लोगों के संग रहेगा, और तुम को तुम्हारे पितरों के देश में फिर पहुँचा देगा। 22 और मैं तुझ को तेरे भाइयों से अधिक भूमि का एक भाग देता हूँ, जिसको मैं ने एमोरियों के हाथ से अपनी तलवार और धनुष के बल से ले लिया है। 
 
याकूब की भविष्यद्वाणी 
याकूब की भविष्यद्वाणी क्या है। | याकूब कितने वर्ष जीवित रहा? | आज का पवित्र बाइबल वचन, बाइबल से प्रार्थना
याकूब की भविष्यद्वाणी 

49 फिर याकूब ने अपने पुत्रों को यह कहकर बुलाया, "इकट्ठे हो जाओ, मैं तुम को बताऊँगा कि अन्त के दिनों में तुम पर क्या क्या बीतेगा। 2 हे याकूब के पुत्रो, इकट्ठे होकर सुनो, अपने पिता इस्राएल की ओर कान लगाओ। 3 ''हे रूबेन, तू मेरा जेठा, मेरा बल और मेरे पौरुष का पहला फल है;प्रतिष्ठा का उत्तम भाग और शक्ति का भी उत्तम भाग तू ही है।  

4 तू जो जल के समान उबलनेवाला है, इसलिये दूसरों से श्रेष्ठ न ठहरेगा; क्योंकि तू अपने पिता की खाट पर चढ़ा, तब तू ने उसको अशुद्ध किया; वह मेरे बिछौने पर चढ़ गया। 5 शिमोन और लेवी तो भाई भाई हैं, उनकी तलवारें उपद्रव के हथियार हैं। 6 हे मेरे जीव, उनके मर्म में न पड़, हे मेरी महिमा, उनकी सभा में मत मिल क्योंकि उन्होंने कोप से मनुष्यों को घात किया, और अपनी ही इच्छा पर चलकर बैलों को पंगु बनाया। 
7 धिक्कार उनके कोप को, जो प्रचण्ड था; और उनके रोष को, जो निर्दय था; मैं उन्हें याकूब में अलग अलग और ि इस्राएल में तितर बितर कर दूँगा। 8 हे यहूदा, तेरे भाई तेरा धन्यवाद करेंगे, तेरा हाथ तेरे शत्रुओं की गर्दन पर पड़ेगा; तेरे पिता के पुत्र तुझे दण्डवत् करेंगे। 9 यहूदा सिंह का बच्चा है। हे मेरे पुत्र, तू अहेर करके गुफ़ा है : में गया वह सिंह अथवा सिंहनी के समान दबकर बैठ गया; फिर कौन उसको छेड़ेगा। 10 जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से * व्यवस्था देनेवाला अलग होगा;और राज्य राज्य के लोग उसके अधीन हो जाएँगे।  
11 वह अपने जवान गदहे को दाखलता में, और अपनी गदही के बच्चे को उत्तम जाति की दाखलता में बाँधा करेगा; उसने अपने वस्त्र दाखमधु में, और अपना पहिरावा दाखों के रस में * धोया है। 12 उसकी आँखें दाखमधु से चमकीली, १२ और उसके दाँत दूध से श्वेत होंगे। 13 जबूलून समुद्र के तीर पर निवास करेगा, वह जहाजों के लिये बन्दरगाह का काम देगा, और उसका परला भाग सीदोन के निकट पहुँचेगा। 

14 इस्साकार एक बलवन्त गदहा है, जो पशुओं के बाड़ों के बीच में दबका रहता है। 15 उसने एक विश्रामस्थान देखकर, कि अच्छा है, और एक देश, कि मनोहर है, अपने कन्धे को बोझ उठाने के लिये झुकाया, एक और बेगारी में दास का सा काम करने लगा। 16 दान इस्राएल का एक गोत्र होकर अपने जातिभाइयों का न्याय करेगा। 17 दान मार्ग में का एक साँप की और रास्ते में का एक नाग होगा, जो घोड़े की नली को डंसता है, जिससे उसका सवार पड़ता है। र पछाड़ खाकर गिर 18 हे यहोवा, मैं तुझी से उद्धार पाने की बाट कि जोहता आया हूँ । 19 गाद पर एक दल चढ़ाई तो करेगा; पर वह उसी दल के पिछले भाग पर को छापा मारेगा। 20 आशेर से जो अन्न उत्पन्न होगा वह उत्तम होगा, और वह राजा के योग्य स्वादिष्ट भोजन दिया करेगा। 21 नप्ताली एक छूटी हुई हरिणी है, वह सुन्दर बातें बोलता है।

22 यूसुफ फलवन्त लता की एक शाखा * है, वह सोते के पास लगी हुई फलवन्त लता की एक शाखा * है; उसकी डालियाँ भीत पर से चढ़कर फैल जाती हैं। शिक 23 धनुर्धारियों ने उसको खेदित किया, और उस पर तीर मारे, और उसके पीछे पड़े हैं। 24 पर उसका धनुष दृढ़ रहा, और उसकी बाँह और हाथ याकूब के उसी शक्तिमान परमेश्वर के हाथों के द्वारा फुर्तीले हुए, जिसके पास से वह चरवाहा आएगा, जो इस्राएल की चट्टान भी ठहरेगा। 25 यह तेरे पिता के उस ईश्वर का काम है, S जो तेरी सहायता करेगा, उस सर्वशक्तिमान् का जो तुझे ऊपर से आकाश में की आशीषें, और नीचे से गहिरे जल में की आशीषें, प्रभु और स्तनों और गर्भ की आशीषें देगा।
26 तेरे पिता के आशीर्वाद, कफि मेरे पितरों के आशीर्वादों से अधिक बढ़ गए हैं की कली और सनातन पहाड़ियों की मनचाही वस्तुओं के समान बने रहेंगे : वे यूसुफ के सिर पर, जो अपने भाइयों से अलग किया गया था, उसी के सिर के मुकुट पर फूले फलेंगे । 27 बिन्यामीन फाड़नेवाला भेड़िया है, सबेरे तो वह अहेर भक्षण करेगा, और साँझ को लूट बाँट लेगा।

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