मनुष्य की भाषा में गड़बड़ी पड़ने का वर्णन | शेम की वंशावली

15 कनान के वंश में उसका ज्येष्ठ पुत्र सीदोन तब हित्त 16 यबूसी, एमोरी, गिगांशी, 17 हिव्वी, अर्को, सीनी, 18 अर्वदी, समारी, और हमाती लोग भी हुए; फिर कनानियों के कुल भी फैल गए: 

19 और कनानियों की सीमा सीदोन से लेकर गरार के मार्ग से होकर अज्जा तक और फिर सदोम और अमोरा और अदमा और सबोयीम के मार्ग से होकर लाशा तक हुआ। 20 हाम के वंश में ये ही हुए, और ये भिन्न भिन्न कुलों, भाषाओं, देशों और जातियों के अनुसार अलग अलग हो गए। 

21 शेम, जो सब एबेरवंशियों का मूलपुरुष हुआ, और जो येपेत का ज्येष्ठ भाई था, उसके भी पुत्र उत्पन्न हुए। 22 शेम के पुत्र एलाम, अश्शूर, अर्पक्षद, लूद और आराम हुए 23 आराम के पुत्र ऊस, हूल, तेर और मश हुए। 

24 और अर्पक्षद ने शेलह को, और शेलह ने एबेर को जन्म दिया। 25 और एबेर के दो पुत्र उत्पन्न हुए, एक का नाम पेलेग इस कारण रखा गया कि उसके दिनों में पृथ्वी बँट गई और उसके भाई का नाम योक्तान था। 

26 और योक्तान ने अल्मोदाद, शेलेप, हंसमावेत, येरह, 27 यदोरवाम ऊजाल, दिक्ला, 28 ओबाल, अबीमाएल, शबा 29 औपोर, हवाला और योबाब को जन्म दिया: ये ही सब योक्तान के पुत्र हुए। 

30 इनके रहने का स्थान मेशा से लेकर सपारा, जो पूर्व में एक पहाड़ है, उसके मार्ग तक हुआ। 31 शेम के पुत्र ये ही हुए; और ये भिन्न भिन्न कुलों, भाषाओं, देशों और जातियों के अनुसार अलग अलग हो गए। 

32 नूह के पुत्रों के घराने ये हो हैं और उनकी जातियों के अनुसार उनकी वंशावलियाँ ये ही हैं; और जल प्रलय के पश्चात् पृथ्वी भर को जातियाँ इन्हीं में से होकर बँट गई।

मनुष्य की भाषा में गड़बड़ी पड़ने का वर्णन


11 सारी पृथ्वी पर एक ही भाषा और एक ही बोली थी। 2 उस समय लोग पूर्व की ओर चलते चलते शिनार देश में एक मैदान पाकर उसमें बस गए। 

3 तब वे आपस में कहने लगे, "आओ, हम ईंटें बना बना के भली भाँति आग में पकाएँ।" और उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंट से, और चूने के स्थान पर मिट्टी के गारे से काम लिया। 4 फिर उन्होंने कहा, "आओ, हम एक नगर और एक गुम्मट बना लें, जिसकी चोटी आकाश से बातें करे, इस प्रकार से हम अपना नाम करें, ऐसा न हो कि हम को सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े।" 

5 जब लोग नगर और गुम्मट बनाने लगे, तब उन्हें देखने के लिये यहोवा उत्तर आया। 6 और यहोवा ने कहा, मैं क्या देखता हूँ कि सब एक ही दल के हैं, और भाषा भी उन सब की एक ही है, और उन्होंने ऐसा ही काम भी आरम्भ किया और अब जो कुछ वे करने का यत्न करेंगे, उसमें से कुछ भी उनके लिये अनहोना न होगा। 

7 इसलिये आओ, हम उत्तर के उनकी भाषा में गड़बड़ी डालें कि वे एक दूसरे की बोली को न समझ सकै। 8 इस प्रकार यहोवा ने उनको वहाँ से सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया और उन्होंने उस नगर का बनाना छोड़ दिया। 

9 इस कारण उस नगर का नाम बेबीलोन' पड़ा क्योंकि सारी पृथ्वी की भाषा में जो गड़बड़ी है, वह यहोवा ने वहीं डाली, और वहीं से यहोवा ने मनुष्यों को सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया।

शेम की वंशावली

10 शेम की वंशावली यह है। जल प्रलय के दो वर्ष पश्चात् जब शेम एक सौ वर्ष का हुआ, तब उससे अर्पक्षद का जन्म हुआ, 11 और अपेक्षद के जन्म के पश्चात् शेम पाँच सौ वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटे बेटियाँ उत्पन्न हुई।

12 जब अर्पक्षद पैंतीस वर्ष का हुआ, तब उससे शेलह का जन्म हुआ; 13 और शेलह के जन्म के पश्चात् अर्पक्षद चार सौ तीन वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे बेटियाँ उत्पन्न हुई।    


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ