याकूब का सारे परिवार समेत मिस्र को जाना का तैयारी | आज का पवित्र बाइबल वचन | यीशु मसीह के पवित्र वचन

21 इस्राएल के पुत्रों ने वैसा ही किया; और यूसुफ ने फिरौन की आज्ञा के अनुसार उन्हें गाड़ियाँ दीं, और मार्ग के लिये भोजन सामग्री भी दी। 22 उनमें से एक एक जन को उसने एक एक जोड़ा वस्त्र भी दिया और बिन्यामीन को तीन सौ रूपे के टुकड़े और पाँच जोड़े वस्त्र दिए। 23 अपने पिता के पास उसने जो भेजा वह यह है, अर्थात् मिस्र की अच्छी वस्तुओं से लदे हुए दस गदहे, और अन्न और रोटी और उसके पिता के मार्ग के लिये भोजनवस्तु से लदी हुई दस गदहियाँ। 

24 तब उसने अपने भाइयों को विदा किया, और वे चल दिए और उसने उनसे कहा, *"मार्ग में कहीं झगड़ा न करना।" 25 मिस्र से चलकर वे कनान देश में अपने पिता याकूब के पास पहुँचे। 26 और उससे यह कहा, "यूसुफ अब तक जीवित है, और सारे मिस्र देश पर प्रभुता वही करता है।" पर उस ने उनकी प्रतीति न की और वह अपने आपे में न रहा। 27 तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें, जो उसने उनसे कही थीं कह दीं। जब उसने उन गाड़ियों को देखा, जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजी थीं, तब उसका चित्त स्थिर हो गया। 28 और इस्राएल ने कहा, "बस, मेरा पुत्र यूसुफ अब तक जीवित हैं; मैं अपनी मृत्यु से पहले जाकर उसको देखूँगा।"

याकूब का सारे परिवार समेत मिस्र को जाना

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46 तब इस्राएल अपना सब कुछ लेकर बेर्शेबा को गया, और वहाँ अपने पिता इसहाक के परमेश्वर को बलिदान चढ़ाया। 2 तब परमेश्वर ने इस्त्राएल से रात को दर्शन में कहा, "हे याकूब, हे याकूब ।" उसने कहा, ""क्या आज्ञा ।"" 3 उसने कहा, 'मैं परमेश्वर हूँ, तेरे पिता का परमेश्वर; तू मिस्र में जाने से मत डर, क्योंकि मैं तुझ से वहाँ एक बड़ी जाति बनाऊँगा। 4 मैं तेरे संग संग मित्र को चलता हूँ, और मैं तुझे वहाँ से फिर निश्चय ले आऊँगा, और यूसुफ अपने हाथ से तेरी आँखों को बन्द करेगा।" 5 तब याकूब बेर्शेबा से चला और इस्राएल के पुत्र अपने पिता याकूब और अपने बाल-बच्चों, और स्त्रियों को उन गाड़ियों पर, जो फिरौन ने उनके ले आने को भेजी थीं, चढ़ाकर चल पड़े। 6 वे अपनी भेड़-बकरी, गाय-बैल, और कनान देश में अपने इकट्ठा किए हुए सारे धन को लेकर मिस्र में आए 7 और याकूब अपने बेटे-बेटियों, पोते-पोतियों, अर्थात् अपने वंश भर को अपने संग मिस्र में ले आया।

8 याकूब के साथ जो इस्राएली, अर्थात् उसके बेटे, पोते आदि, मिस्र में आए, उनके नाम ये हैं: याकूब का जेठा रूबेन था; 9 और रूबेन के पुत्र हनोक, पललू, हेस्रोन और कम्मों थे। 10 शिमोन के पुत्र यमूएल, यामीन, ओहद, याकीन, सोहर, और एक कनानी स्त्री से जन्मा हुआ शाऊल भी था। 11 लेवी के पुत्र गेशॉन, कहात, और मरारी थे। 12 यहूदा के एर, ओमान, शेला, पेरेस, और जेरह नामक पुत्र हुए तो थे पर पर और ओनान कनान देश में मर गए थे; और पेरेस के पुत्र हेस्रोन और हामूल थे। 13 इस्साकार के पुत्र तोला, पुब्बा, योब, और शिम्रोन थे। 14 जबूलून के पुत्र सेरेद, एलोन, और यहलेल थे। 15 लिआ के पुत्र जो याकूब से पद्दनराम में उत्पन्न हुए थे, उनके बेटे पोते ये ही थे, और इनसे अधिक उसने उसके साथ एक बेटी दीना को भी जन्म दिया। यहाँ तक तो याकूब के सब वंशवाले तैंतीस प्राणी हुए।

16 फिर गाद के पुत्र सिय्योन, हाग्गी, शूनी, एसबोन, एरी, अरोदी, और अरेली थे। 17 आशेर के पुत्र यिम्ना, यिश्वा, यिस्वी, और वरीआ थे, और उनकी बहिन सेरह थी, और बरोआ के पुत्र हेबेर और मल्कीएल थे। 18 जिल्पा, जिसे लावान ने अपनी बेटी लिआ को दिया था, उसके बेटे पोते आदि ये ही थे; और उसके द्वारा याकूब के सोलह प्राणी उत्पन्न हुए।

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