अब्राम का हेब्रोन को जाना | अब्राम का लूत को छुड़ाना

12 अब्राम कनान देश में रहा, पर लूत उस तराई के नगरों में रहने लगा; और अपना तम्ब सदोम के निकट खड़ा किया। 13 सदोम के लोग यहोवा के लेखे में बड़े दुष्ट और पापी थे।

अब्राम का हेब्रोन को जाना

14 जब लूत अब्राम से अलग हो गया तब उसके पश्चात् यहोवा ने अत्राम से कहा, "आँख उठाकर जिस स्थान पर तू है वहाँ से उत्तर- दक्षिण, पूर्व-पश्चिम, चारो ओर दृष्टि कर 15 क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को युग युग के लिये दूँगा।" 16 और मैं तेरे वंश को पृथ्वी की धूल के किनकों के समान बहुत करूँगा, यहाँ तक कि जो कोई पृथ्वी की धूल के किनकों को गिन सकेगा वही तेरा वंश भी गिन सकेगा। 

17 उठ, इस देश की लम्बाई और चौड़ाई में चल फिर, क्योंकि मैं उसे तुझी को दूंगा।" 18 इसके पश्चात् अब्राम अपना तम्बू उखाड़कर, मने के बांज वृक्षों के बीच जो हेब्रोन में थे, जाकर रहने लगा, और वहाँ भी यहोवा की एक वेदी बनाई।

अब्राम का लूत को छुड़ाना

14 शिनार के राजा अम्रापेल, और एल्लासार के राजा अयक, और एलाम के राजा कदोलांओमेर और गोबीम के राजा तिदाल के दिनों में ऐसा हुआ, 2 कि उन्होंने सदोम के राजा बेरा, और अमोरा के राजा बिश, और अदमा के राजा शिनाब, और सबोयीम के राजा शमेबेर, और बेला जो सोअर भी कहलाता है, इन राजाओं के विरुद्ध युद्ध किया। 

3 इन पाँचों ने सिद्दीम नामक तराई में, जो खारे ताल के पास है, एका किया। 4 बारह वर्ष तक तो ये कदोर्ला ओमेर के अधीन रहे, पर तेरहवें वर्ष में उसके विरुद्ध विद्रोह किया। 5 चौदहवें वर्ष में कट्रोलओमेर और उसके संगी राजा आए, और अशतरोत्कनम में स्पाइयों को, और हाम में जूजियों को, और शाबेकिवातम में एमियों को, 

6 और सेईर नामक पहाड़ पर होरियों को मारते मारते उस एल्पारान तक जो जंगल के पास हैं, पहुँच गए। 7 वहाँ से वे लौटकर एन्मिशपात को आए, जो कादेश भी कहलाता है, और अमालेकियों के सारे देश को और उन एमौरियों को भी जीत लिया, जो हंससोन्तामार में रहते थे। 8 तब सदोम, अमोरा, अदमा, संबोगीम, और बेला, जो सोअर भी कहलाता है; इनके राजा निकले और सिद्दीम नामक तराई में, उनके साथ युद्ध के लिये पाँति बाँधी : 

9 अर्थात् पलाम के राजा कदोलओमेर, गोयोम के राजा तिदाल, शिनार के राजा अम्रापेल, और एल्लासार के राजा अर्थोक, इन चारों के विरुद्ध उन पाँचों ने पाँति बाँधी । 10 सिद्दीम नामक तराई में जहाँ लसार मिट्टी के गड़ते हो गड़हें थे, सदोम और अमीरा के राजा भागते भागते उनमें गिर पड़े, और जो बचे वे पहाड़ पर भाग गए। 

11 तब वे सदोम और अमोरा के सारे धन और भोजन वस्तुओं को लूट लाठ कर चले गए। 12 और अत्राम का भतीजा लूत, जो सदोम में रहता था, उसको भी धन समेत वे लेकर चले गए। 

13 तब एक जन जो भागकर बच निकला था उसने जाकर इत्री अत्राम को समाचार दिया अब्राम तो एमोरी मम्रे, जो एश्कोल और आनेर का भाई था, उसके बांज वृक्षों के बीच में रहता था, और ये लोग अब्राम के संग वाचा बाँधे हुए थे। 14 यह सुनकर कि उसका भतीजा बन्दी बना लिया गया है, अब्राम ने अपने तीन सौ अठारह शिक्षित, युद्ध कौशल में निपुण दासों को लेकर जो उसके कुटुम्ब में उत्पन्न हुए थे, अस्त्र-शस्त्र धारण करके दान तक उनका पीछा किया; 

15 और अपने दासों के अलग-अलग दल बाँधकर रात को उन पर चढ़ाई करके उनको मार लिया और होवा तक, जी दमिश्क के उत्तर की ओर है, उनका पीछा किया। 16 और वह सारे धन को, और अपने भतीजे लूत और उसके धन को, और स्त्रियों को, और सब बन्दियों को लौटा ले आया।  

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